Jadon Rajput In Hindi
जादौन राजपूतो का इतिहास
जादौन राजपूतो का इतिहास - जादौन एक राजपूत वंश है यह चंद्रवंशी क्षत्रिय है ,जिन्हे जादोन भी कहा जाता है ,यह भगवान श्री कृष्ण के वंशज है , चंद्रवशीय क्षत्रियो का इतिहास बहुत पुराना है , पुराणों के अनुसार इनकी उतपप्ती ऋषि अत्रि के वंशज सोम (चंद्र) से हुई है , इसी वंश में महाराजा ययाती हुए ,उनके पुत्र यदु हुए , वे इस वंश के 6 वे चंद्रवंशीय राजा थे जिनके कारण इस वंश का नाम आगे चल कर यदुवंश पड़ा। जिनके कारण इस वंश को आगे चलकर यदुवंश कहा जाने लगा , यदुवंश की 39 वी पीढ़ी में भगवान श्री कृष्ण हुए , इसके बाद इस यदुवंश में महाराजा भाटी हुए।
यदुवंशी क्षत्रियो की अलग अलग शाखाये हुए जो आगे चल कर भाटी ,जाडेजा ,जादौन ,रायज़ादा ,चुडासमा ,आदि शाखाओं से पहचाने जाने लगा।
चंद्रवंशीय क्षत्रियो में जैसलमेर के भाटियो के पास भगवान श्री कृष्ण का मेघाम्बर क्षत्र है , जो की भगवान श्री कृष्ण के असली वंसज है जैसलमेर के महाराजा महारावल बृजराज सिंह जी है।
Jadon Rajput In Hindi
जादौन राजपूतो की रियासत करौली इस वंश की सबसे बड़ी रियासत है ,यह जादौन राजपूतो का मुख्य ठिकाना है। करौली के संस्थापक महाराजा अर्जुनपाल जी थे,इन्होने इसकी स्थापना 1348 ईस्वी में की थी। जादौन राजपूतो की कुलदेवी माँ कैलादेवी है , राजस्थान में जादौन राजपूत भरतपुर ,जयपुर ,करौली ,जैसलमेर में पाए जाते है।
करौली के वर्तमान महाराजा यदुकुल नरेश कृष्णचन्द्र पाल देव बहादुर है।
यह शहर को पहले कल्याणपुरी के नाम से जाना जाता था। जादौन राजपुतो द्वारा बनवाया गया करौली नगर का किला अद्भुत है। ऐसा कहा जाता की करौली के जादौन राजा अपने दरबार के सिंघासन पर जिन्दा शेरो पर हाथ रखा करते थे , उनके सिंघासन के बगल में दो जिन्दा शेर हुआ करते थे।
जादौन राजपुतो की रियासते ,ठिकाने व् जागीरे -
- अवागढ़
- इनायती
- करौली
- कठियावाड़ा
- लोधा
Jadon Rajput In Hindi
Reviewed by Arnab Kumar Das
on
October 11, 2020
Rating:
जय माँ भवानी
ReplyDeleteJai rajputana
ReplyDeleteJai bhawani jai rajputana 🚩🙏
ReplyDeletebahot badiya jankari hai hukum
ReplyDeleteJai bhawani
ReplyDeletejai bhawani
DeleteJai rajputana
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