क्षत्रिय राजपूत जागरण के 25 सूत्र

क्षत्रिय राजपूत जागरण के 25 सूत्र




(01) *सभी राजपूत एक हों।*

(02) *भगवान श्रीराम  को अपना नायक मानें।*

(03) *छोटे छोटे संगठनों के राजपूत कोष बनें। कोष से गरीब राजपूत परिवारोंं की मदद हो।*

(04) *बालिका शिक्षा को बढ़ावा दें।*

(05) *हर राजपूत कोई न कोई तकनीक सीखें*!

(06) *राजपूत अधिकारी, प्रधानाचार्य, नेता, उद्योगपति, कानून के अंदर राजपूतो के काम को यथा संभव हो तो आगे बढ़कर मदद करे।*

(07) *डा. बी.आर अम्बेडकर की नीतिओ के कारण राजपूतो का पतन हुआ है, इसलिए इस बात को दिमाग़ मे रखे ।*

(08) *पढ़े लिखे राजपूत डाक्टर बी आर अम्बेडकर की समस्त थियोरी को ध्वस्त करें।*

(09) *आपसी सहयोग की भावना रखें, लेकिन पैसो ओर लेंन- देंन को व्यवहारकुशल अवश्य रखें।*

(10) *राजपूत होने पर गर्व करें।ओर अपनी झूठी शान के लिए शराब ओर कोई भी अनैतिक कार्य न करे।*

(11) *सभी राजपूत अपने नाम के आगेे कुँवर, ओर बाद में सिंह, शब्द जरूर लगाएं। यज्ञीपवीत और चंदन लगाना प्रारम्भ करें।*

(12) *राजपूत दूसरों के आगे किसी राजपूत की निंदा कभी न करे। यदि कोई करता है, तो तार्किक विरोध करे। कोई भाई यदि कुछ गलत कर रहा है तो स्वयं उसे बताएं।*

(13) *गो वध विरोध ओर आरक्षण समाप्ति का मिलकर आंदोलन चलाये ओर पुरजोर विरोध करे।*

(14) *जहाँ भी वेदों, उपनिषदों, रामायण, महाभारत, गीता का विरोध हो, मुकाबला करें।*

(15) *भगवान राम में आस्था रखें। भगवान राम का प्रचार प्रसार करें। सभी राजपूत घर मैं भगवान राम की पूजा और आरती ओर सनातन धर्म का पालन ओर रक्षा  करें।*


(16) *श्री राम चरित मानस को अपना गौरव ग्रंथ मानें व बच्चों को राजपुताना इतिहास अवश्य पढ़ाएं।*

(17) *इतिहास के राजपूत, नायकों पर शोध पूर्ण लेख लिखा जाए।*

(18) *राजपूत पहले बने, समाज के साथ चली आयी राजपूती मिसाल कायम रखै।*

(20) *सभी राजपूत प्रति दिन मंदिर जाएं और यथाशक्ति दान करें।*

(21) *संगठित होकर रहे।किसी भी राजपूत पर संकट आने पर मिलकर मुकाबला करें।ओर कम से कम तलवार और कोई भी अस्त्र सस्त्र अपने घर पर रखे।*

(22) *प्राचीन व आधुनिक दोनों शिक्षा प्राप्त करें । कैरियर पर अधिक ध्यान दें, खेलो को महत्व दे।*

(23) *परंपरा के नाम पर कुरीति की लीक न पीटें। कुरीतियों को छोड़ें । शिक्षित समाज होने का परिचय दें।*

(24) *जीविका के लिए जो भी काम मिले, ईश्वर का नाम लेकर करें, लेकिन शराब बेचना या अन्य कोई अनैतिक कार्य न करें।*


(25) *सभी राजपूत आपस मैं जय सिया राम, जय श्रीकृष्ण, जय चारभुजा, जय गोपीनाथ जी, जय माता जी का संबोधन करें।*

*सभी राजपूत एकजुट रहे!*

*अगर आप राजपूत  है, तो इस संदेश को अपने सभी बंधुओं तक जरूर भेजे और बार बार भेजे।*🙏

*राजपूत एकता !जिंदाबाद*🤝

*जय सिया राम*
*जय भारत*
*जय राजपूताना*
🚩  🙏 🙏 

क्षत्रिय राजपूत जागरण के 25 सूत्र क्षत्रिय राजपूत जागरण के 25 सूत्र Reviewed by Arnab Kumar Das on September 15, 2020 Rating: 5

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