Maharana pratap facts in hindi
Maharana pratap facts in hindi
राष्ट्रगौरव कमल दिवाकर रघुकुल भूषण क्षत्रिय शिरोमणि श्री महाराणा प्रताप सिंह
महाराणा प्रताप इस भारत भूमि के ,मुक्ति मंत्र के गायक हैं।
महाराणा प्रताप आजादी के ,अपराजित काल विधायक है।।
वह अजर अमरता का गौरव ,मानवता का विजय सूर्य।
आदर्शो के दुर्गम पथ को ,आलोकित करता हुआ सूर्य।।
राणा प्रताप की खुद्दारी ,भारत माता की पूंजी है।
ये वो धरती है जहा कभी, चेतक की टापे गुंजी है।।
पत्थर पत्थर में जागा था ,विक्रमी तेज बलिदानी का।
जय एकलिंग का ज्वार जगा ,जागा था खड़क भवानी का।।
maharana pratap facts in hindi
महाराणा प्रताप सिंह जी के बारे में रोचक जानकारिया :-
भारत के इतिहास में राजपूताने का गौरवशाली स्थान है। यही कई महान रणबांकुरे वीरो ने जन्म लिया। जिन्होंने देश ,धर्म के स्वाभिमान के लिए अपने प्राणो का बलिदान देकर मातृभूमि की रक्षा की। इनके इस त्याग के लिए पूरे भारतवर्ष को गर्व रहा है ,जब जब देश और धर्म पर कोई विप्पति आई है तब तब क्षत्रियो ने आगे आ कर उसका विनाश किया है और अपने बलिदानो से इस मातृभूमि के स्वाभिमान को बनाये रखा है ,जिस पर हमारा भारत वर्ष गर्व कर रहा है ,इन महान वीरो की प्रयासों के कारण ही हम आज हम सुरक्षित है।
इस धरती पर हमारे इतिहास के गौरव बाप्पा रावल ,महाराणा कुम्भा ,महाराणा सांगा ,महाराणा हम्मीर ,महाराणा उदयसिंह ,वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप सिंह ने जन्म लिया।
महाराणा प्रताप सिंह :-
महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 ईस्वी में राजस्थान के कुम्भलगढ़ में हुआ था ,इनके पिता का नाम महाराणा उदयसिंह और माता का नाम जयवंता कंवर था ,ये महाराणा सांगा के पौत्र थे ,मेवाड़ के कुल देवता एकलिंग महादेव जी है। इनका मंदिर उदयपुर में स्थित है। मेवाड़ के महाराणाओ के लिए अपने आराध्य कुलदेव एकलिंग जी बड़ा महत्व है। महाराणा प्रताप को बचपन में सभी 'कीका ' के नाम से पुकारते थे। सिसोदिया कुल में जन्मे महाराणा प्रताप सिंह ने अपने मातृभूमि के स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं किया और अपने त्याग से देश धर्म की रक्षा की , और अकबर जैसे मुग़ल के सामने कभी समझौता नहीं किया और अपने मातृभूमि के स्वाभिमान को बनाये रखा। अकबर ने कितनी ही बार अपनी सेना को महाराणा प्रताप से लड़ने को भेजा लेकिन हर बार उसे हार ही देखनी पड़ी , अकबर महाराणा प्रताप सिंह को कभी नहीं हरा सका।
Maharana pratap facts in hindi
कुछ महत्वपूर्ण बाते :-
- महाराणा प्रताप तलवार के एक ही वार से दुश्मन को घोड़े समेत काट डालते थे।
- महाराणा प्रताप सिंह की लम्बाई 7 फिट 5 इंच थी ,महाराणा प्रताप के भाले का वजन 80kg था ,और उनके कवज का वजन भी 80kg था ,भाले ,कवज, ढाल ,और दो तलवारो का वजन मिलाये तो 207 kg था।
- महाराणा प्रताप अपने पास हमेशा दो तलवारे रखा करते थे एक अपने लिए और एक निहत्थे शत्रु के लिए।
- आज भी महाराणा प्रताप सिंह का कवज ,तलवार , उदयपुर के सग्रहालय में सुरक्षित है।
- अकबर ने उन्हें प्रस्ताव रखा की वह उनके अधीन हो जाये इसके लिए वह उन्हें आधा हिन्दुस्थान दे देगा। लेकिन महाराणा प्रताप ने किसी की भी अधीनता स्वीकार नहीं की ,और अपने और मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा की।
- हल्दीघाटी युद्ध में मेवाड़ की तरफ से 20000 सैनिक और अकबर की और से 85000 सैनिक थे , लेकिन कम सेना होने के वावजूद भी मेवाड़ की सेना अकबर पर भारी पड़ी।
- महाराणा प्रताप को शस्त्र विघा का ज्ञान जयमल मेडतिया ने दिया था।
- अकबर महाराणा प्रताप के सामने आने से घबराता था ,और सपने में भी महाराणा प्रताप के नाम से खौफ खाता था।
- कहते है अकबर जनता था की वह यदि महाराणा प्रताप के सामने आया तो वह जीवित नहीं बचेगा ,इसलिए उसने कभी आमने सामने की लड़ाई नहीं लड़ी।
- महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी युद्ध के बाद मेवाड़ के अधिकांश भाग पर उनका अधिपत्य बना रहा , उन्होंने कई जागीरे अपने पुत्रो को प्रदान की।
- महाराणा प्रताप की मृत्यु चावंड में हुई थी , महाराणा प्रताप की मृत्यु पर अकबर भी रो पड़ा था।
राजा रामचंद्र की जय। जय एकलिंगनाथ की
Maharana pratap facts in hindi
Reviewed by Arnab Kumar Das
on
April 10, 2020
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jai bhawani jai rajputana
ReplyDeleterajputana amar rahe
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ReplyDeletejai rajputana
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